Tuesday, February 17, 2009

मेरा पहला सेक्स

हेलो मेरा नाम निक है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ. आज मैं भी आपको अपनी कहानी सुनना चाहता हूँ।
वैसे मेरी उमर २१ साल है और मैं कबड्डी का खिलाड़ी हूँ इस लिए मेरा फ़ीज़ीक भी सही है, और मेरा लौड़ा काफ़ी बड़ा और तकड़ा है ९ इंच लंबा और कम से कम ३ इंच मोटा।
बात तब की है जब मुझे नेट का बड़ा चस्का होता था, मैं रोज़ नेट पर बात करता रहता था, रात को रोज़ अपना लौड़ा शान्त करने के लिए मूठ मारता था।
एक दिन नेट पर एक लड़की से मेरी बात हुई। मैंने उससे अपनी फोटो भेजी। वो भी काफ़ी खूबसूरत थी, रोज़ हमारी बात होती। वो भी दिल्ली में ही रहती थी। थोड़े दिनों में हमारी बातचीत खुली हो गयी। अब वो मुझसे मिलना चाहती थी।
फिर हम एक दिन साउथ एक्स में मिले। वो मुझे बहुत पसंद करने लगी, फिर मुलाकातें बढ़ने लगी, कभी कभी हम छोटी मोटी किस कर लेते थे, फिर एक दिन मुझे उसने अपने घर बुलाया। शायद आज उस के घर पर कोई नहीं था मुझे थोड़ा डर भी लग रहा था, पर मैं उससे मिलने चला गया, मैंने देखा उस के घर पर कोई नही था, मैंने बेल बजाई वो बाहर आई, उसने सेक्सी सा लाल रंग का गाउन पहना था और आज़ बहुत माल और बहुत सेक्सी लग रही थी।
मैं उस के घर के अंदर गया उस का घर ठीक ठाक था। मैं सोफे पर बैठ गया और वो मेरे लिए चाय बनाने चली गई, अंदर से कुछ आवाजें आ रही थी। मैंने सुना तो उसकी और एक सहेली उस के घर पर थी वो थोड़ी मोटी थी लेकिन मॉल थी, ज़ींस और टॉप पहन रखा था उसने, वो मेरे पास आई। ओह सॉरी दोनों का नाम बताना तो मैं भूल ही गया, मेरी गर्लफ्रेंड का नाम सिमरन है और उस की सहेली का नाम ज्योति है।
वो दोनों मेरे पास आकर बैठ गई। सिमरन ने अपनी सहेली का परिचय करवाया। मेरी गर्लफ्रेंड मुझे कोई बात बताने के लिए उठने के लिए बोला, मैं उठ के उसके पीछे गया वो वाशरूम की तरफ़ जा रही थी, अंदर आते ही उस ने मुझे पकड़ लिया और किस करना स्टार्ट कर दिया, थोड़े देर बाद मैंने भी उसे दबाना शुरू कर दिया, वो गरम हो गई थी। मैंने आज पहली बार उस का मूमा उस के गाऊन से बाहर निकाला और किस करना शुरू कर दिया।
उस ने मेरे मुँह पर हाथ रख कर बोला कि मेरी सहेली का कोई बोयफ़्रेन्ड नहीं है वो भी तुम से आज मिलना चाहती है और मैं भी, मैं समझ गया कि दोनों आज चुदना चाहती है। मैंने कहा ठीक है। मैंने जितना सोचा भी नहीं था शायद उस से ज्यादा मिल रहा है आज।
मेरा लौड़ा खड़ा हो रहा था उन दोनों को देख कर। हम बाहर आए तो सिमरन ने बोला कि चलो मेरे कमरे में चलते हैं। हम उसके कमरे में चले गए और अंदर जा कर मैं बेड पर बैठ गया, वो दोनों खड़ी थी। सिमरन ने आकर मेरे ऊपर बैठ कर मुझे किस करना शुरू कर दिया लेकिन ज्योति शरमा रही थी, वो मेरे पास आकर बैठ गई, मैंने सिमरन का गाऊन उतार दिया और उसके बूब्स पर किस करने लगा और सिमरन ज्योति को किस करने लग गई, मेरा लौड़ा पूरा खड़ा हो गया था।
कुछ देर बाद मुझे लगा कोई मेरी पेंट की जिप खोल रहा है वो ज्योति थी, उसने भी अपने कपड़े उतार दिए थे, उस ने मेरा लौड़ा बाहर निकल लिया, वो देखते ही डर गई, सिमरन ने भी मुड़ कर देखा और नीचे उत्तर गई और मेरे लौड़े को ध्यान से देखने लगी। दोनों देख कर डर गई थी कि इतना लंबा हम कैसे ले पायेगी।
मैंने दोनों के बाल पकड़े और लौड़े पर चुप्पे करवाए दोनों मस्त हो कर चूसने लग गई......
कुछ देर बाद मैं सिमरन को अपने ऊपर बुला कर उसकी चूत चाटने लग गया वो सिसकियाँ लेने लगी- आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह चूसो मुझे, चूसो ज़ोर से, उसकी आवाजें सुन के मैं भी मदहोश होने लगा। उधर से ज्योति मेरे लौड़े को पूरा अंदर लेने की कोशिश कर रही थी। मुझे मज़ा आ रहा था।
मैंने ज्योति को अपने कपड़े उतारने के लिए कहा। अब हम तीनो नंगे थे। सिमरन चिल्लाने लगी कि मुझे चोद दो प्लीज़, अब नहीं रहा जा रहा !
मैंने उसे अपने लौड़े पर बिठाया और उसकी चूत पर अपने लौड़े को टिका कर ज़रा सा अंदर किया, वो अंदर चला गया। मुझे लगता है वो पहले किसी से चुद रखी थी पर कोई बात नहीं।
मैंने ज्योति को देखा, वो शरमा रही थी मैंने उस के मम्मे पीने शुरू किए उससे मज़ा आने लगा, अब मैं उसकी चूत पर उंगली फ़िराने लग गया.....
उधर से सिमरन ज़ोर ज़ोर से मेरे लौड़े पर झटके मार रही थी और आवाजें निकाल रही थी आ आआआ आआआआःह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआः मर गई थोड़े देर में ही वो झड़ गई और मेरी बगल में आकर लेट गई। मैं ज्योति की चूत चाट रहा था, उसकी चूत बहुत स्वादिष्ट थी, मज़ा आ रहा था, पूरी टाईट थी ... मेरी जीभ से भी उसे मज़ा अ रहा था, वो चूतड़ हिला हिला कर चटवा रही थी।
मैंने उसे थोड़े समय बाद घोड़ी बनाया और अब सिमरन फ़िर से मूड में आ गई थी, वो भी साथ में डोगी स्टाइल में आ गई मैंने पहले ज्योति की चूत पर थोड़ा थूक लगाया और अपना लौड़ा उस की चूत पर रखा, थोड़ा सा झटका दिया, उस की चीख निकल गई, उसकी चूत से खून निकलने लग गया। वो रोने लग गई। मैं थोड़ा रुका फ़िर मैंने थोड़ा झटका मारा और उस के बूब्स पकड़ लिए और दबाने लग गया उससे मज़ा आने लगा। मैंने अपने झटकों को बढ़ा कर पूरा लौड़ा अंदर डाल दिया. वो मज़े से अपनी गाण्ड हिलाने लग गई।
थोड़े समय बाद मैंने सिमरन की गांड पर अपना लौड़ा टिकाया, और अंदर झटका मारा, एक झटके में ही वो मेरा लौड़ा अंदर ले गई, मैंने खूब दबा के अंदर झटके मारे, वोह मर गई .... आ आआ आआ आआःह्ह्ह्ह् मर गई बोलती रही और मैं पूरे ज़ोर से चोदता रहा...
अब ज्योति भी सीधी हो कर लेट गई। मैंने सिमरन की गांड के बाद ज्योति की चूत में डाला और उसे भी फ़िर से दबा के बजाया। अब मेरा आने वाला था। वो दोनों भी झड़ने वाली थी अब दोनों को बेड के कोने पर डोगी स्टाइल में किया। एक बार एक की चूत फ़िर दूसरी की चूत, दोनों की चूत मारी ..
अब ज्योति की चूत एक दम कस गई और वो झड़ गई, सिमरन ने फ़िर से अपनी टांगों के ऊपर बिठा कर चुदाया। अब वो खुद हिल रही थी अह्ह्ह्छ ........ आआआह ..........अह्ह्ह्ह दोनों मज़े मार रहे थे, ज्योति मेरे होंटों पर किस कर रही थी, सिमरन मेरे ऊपर झटके मारते मारते झड़ गई ..
मैं खड़ा हुआ। मेरा लोड़ा पूरा तना हुआ था, दोनों चूसने लग गई .. थोड़ी देर बाद मेरे लौड़े ने पिचकारी मारी और मैंने दोनों के मुँह भर दिए.... दोनों मज़े से मेरे लौड़े का जूस पी गई। फ़िर हम तीनो नंगे सो गए।
यह था मेरा पहला सेक्स!

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